वर्ष 1960 में 'श्री लोकनाथ' फिल्म से उन्होंने ओडिया फिल्म उद्योग में पदार्पण किया, जिसके लिए उन्हें राष्ट्रपति रजत सम्मान भी मिला था। उनकी कुछ फिल्में जैसे 'लक्ष्मी', 'सूर्यमुखी', 'जीवनसाथी', 'अभिनेत्री', 'मालंझा' आदि खूब सराही गईं।
प्रसिद्ध निर्देशक निरद महापात्रा द्वारा निर्देशित उनकी दो फिल्मों को राष्ट्रपति पुरस्कार मिला। संगीत नाटक अकादमी ने उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट से सम्मानित किया। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक स्थानीय चैनल द्वारा उनकी मौत की गलत खबर चला देने के बाद माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर कल ही श्रद्धांजलि दे दी थी। हालांकि बाद में उन्होंने ट्वीट हटा लिया था और शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की थी। (वार्ता)