उन्होंने बताया कि पुलिस ने रविवार को इस मामले में आरोपी शब्बू (23) को गिरफ्तार किया था। अग्रवाल के अनुसार, शब्बू के पकड़े जाने की सूचना पर उसके परिजन शब्बर, शहनाज, तरन्नुम, फूल जहां और शैदान थाने पहुंचे और शब्बू को झूठे मामले में फंसाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया।
अधिकारी के अनुसार, परिजनों ने शब्बू को पुलिस से छुड़ाकर ले जाने की कोशिश की। अग्रवाल ने बताया कि पहरे पर तैनात महिला सिपाही निशा ने शब्बू और उसके परिजन को रोकने की कोशिश की तो उन्होंने उसके साथ न सिर्फ मारपीट की, बल्कि उसकी वर्दी भी फाड़ दी।
उन्होंने कहा कि महिला सिपाही की चीख-पुकार सुनकर पहुंचे साथी पुलिसकर्मियों ने उसे छुड़ाया और शब्बू और उसके परिजन को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि पकड़े गए परिजन के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 225 (आरोपी को छुड़ाने), 353 (सरकारी काम में बाधा डालने), 147 (उपद्रव) और 504 (शांतिभंग करने) के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें तथा शब्बू को जेल भेज दिया है।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)