प्रताप सिंह ने 6 महीने पहले पैन कार्ड बनवाया था, लेकिन उसे पैन कार्ड नहीं मिला, बार-बार चक्कर लगाने के बाद कुछ दिन पूर्व प्रताप सिंह को पैन कार्ड संजय के पास से मिला और 3 दिन बाद आयकर विभाग ने 3 करोड़ 43 लाख रुपए से अधिक का नोटिस रिक्शा चालक को थमा दिया।