गंगा तट पर ऊर्जा, उमंग और उत्साह के योग के साथ वहां मौजूद सभी लोग हिब्रु संगीत की धारा में डूब गये।आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानन्द सरस्वती के सानिध्य में विदेशी इजराइल कलाकार गिल रान सामा, ओपीर इवोडेम, यमन से आयें ओफिर विप्लिच, तजाबरी यायर, अमीर बार डेविड, इताई एलियासी के संगीत पर साधक मंत्रमुग्ध होकर थिरकने को मजबूर हो गए।