Bihar Assembly Elections : बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और प्रमुख विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) से पहले शुक्रवार को अपनी-अपनी जीत का दावा किया। ये दावे राज्य की राजधानी में समानांतर रूप से आयोजित समारोहों में किए गए।
इनमें से एक समारोह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा बिहार के केंद्रीय मंत्रियों को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया और दूसरा कार्यक्रम राजद ने अपना 28वां स्थापना दिवस मनाने के लिए आयोजित किया। राजग के समारोह में भाजपा और इसके गठबंधन सहयोगी दलों के नेताओं ने जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) के प्रमुख नीतीश कुमार को एक और बार मुख्यमंत्री बनाने में मदद करने का संकल्प लिया, वहीं राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के लोग थके हुए सत्तारूढ़ गठबंधन से ऊब चुके हैं जो पिछले दो दशक में थोड़े समय को छोड़कर अधिकांश समय सत्ता में रहा है।
तेजस्वी ने समय से पहले चुनाव होने की संभावना जताई : तेजस्वी ने समय से पहले चुनाव होने की संभावना भी जताई। उन्होंने कहा कि चाहे यह इस साल दिसंबर में हो या अगले साल निर्धारित समय पर नवंबर में हो, राजद नीत महागठबंधन अगली सरकार बनाएगा। उन्होंने रेखांकित किया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में 1 भी सीट न जीत पाने के बाद 2020 के विधानसभा चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में उभरे राजद की स्थिति इस बार बेहतर है, क्योंकि उसने हाल में हुए लोकसभा चुनाव में 4 सीटें जीती हैं और 70 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त हासिल की।
राजग के समारोह में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने उम्मीद जताई कि गठबंधन 2010 के अपने रिकॉर्ड से आगे जाएगा, जब जद (यू)-भाजपा गठबंधन ने 243 सदस्यीय विधानसभा में 200 से अधिक सीटें जीती थीं।
केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व जद (यू) अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ 'ललन' ने विपक्ष के इस आरोप का खंडन किया कि भाजपा के नेतृत्व वाला गठबंधन संविधान के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि गठबंधन को रक्षात्मक होने के बजाय आक्रामक होने की आवश्यकता है। तेजस्वी ने कहा कि राज्य सरकार थकी हुई दिखाई देती है, कई पुल ढहने से बार-बार शर्मिंदा होती है और जनता बदलाव के लिए तरस रही है।(भाषा)