पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) अनुराग आर्य ने बुधवार को यहां बताया कि पुलिस की अपराध शाखा ने स्वरूपनगर, गुमटी, जनरलगंज और 80 फुट रोड स्थित व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर ताबड़तोड़ छापा मारकर बंद हो चुके 1,000 और 500 नोटों की लगभग 96 करोड़ की करंसी बरामद की गई। इस सिलसिले में 16 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
आर्य ने आशंका जताई कि इन नोटों को हवाला के जरिए या अन्य माध्यमों से औने-पोने दामों में बदलने की योजना थी। उनका कहना था कि पहले मोहित और संतोष नामक 2 लोगों को पकड़ा गया। उनसे हुई पूछताछ के आधार पर बिल्डर एवं कपड़ा कारोबारी आनंद खत्री, मोहित के अलावा प्रोफेसर संतोष समेत 16 लोगों हिरासत में लिया गया है। उन्होंने दावा किया कि कारोबारी आनंद खत्री के यहां से सबसे अधिक पुराने नोट बरामद किए गए हैं।
पकड़े गए लोगों में हैदराबाद के भी 2 व्यक्ति शामिल हैं। कानपुर में नोटबंदी के बाद अब तक की कार्रवाई में सबसे पुराने नोट बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि छापे के दौरान उनके अलावा पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) डॉ. गौरव ग्रोवर और अन्य अधिकारी शामिल थे। छापे में मिले पुराने नोट की गिनती का काम अभी जारी है। पकड़े गए लोगों से सघन पूछताछ जारी है। (वार्ता)