उन्होंने तब कहा था कि याचिकाकर्ता शिवसेना नेता की पारिवारिक मित्र और बेटी की तरह थीं। महिला ने फर्जी पीएचडी प्रमाण पत्र के मामले में बांद्रा पुलिस द्वारा अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए अलग से एक याचिका भी गुरुवार को दायर की। वह अभी न्यायिक हिरासत में हैं।(भाषा)