पत्रकार बनकर CM एकनाथ शिंदे से सवाल करना चाहते हैं संजय राउत
शुक्रवार, 15 सितम्बर 2023 (18:09 IST)
Maharashtra News : शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि यदि पुलिस उन्हें अनुमति दे तो वह 16 सितंबर को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के यहां आयोजित होने वाले संवाददाता सम्मेलन में एक पत्रकार के रूप में शामिल होंगे।
मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम दिवस हर साल 17 सितंबर को मनाया जाता है। इस मौके पर राज्य मंत्रिमंडल की बैठक शनिवार को औरंगाबाद में आयोजित होने वाली है। मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम दिवस मराठवाड़ा के भारत के साथ एकीकरण का प्रतीक है जब 17 सितंबर, 1948 को सुरक्षाबलों ने हैदराबाद पर आक्रमण करके निज़ाम और उसकी रजाकार इकाइयों को परास्त कर दिया था।
राउत ने एक मराठी समाचार चैनल से कहा, महाराष्ट्र मंत्रिमंडल की बैठक शनिवार को औरंगाबाद में होगी। यदि पुलिस अनुमति दे और मुझे रोके नहीं, तो मैं बैठक के बाद एक पत्रकार के रूप में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के संवाददाता सम्मेलन में शामिल होऊंगा।
राउत राज्यसभा सदस्य के साथ ही शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना के कार्यकारी संपादक हैं। उन्होंने कहा, मैं सिर्फ यह देखना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री शिंदे कितना झूठ बोलते हैं।।
राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के समय औरंगाबाद दौरे का उद्देश्य पूछे जाने पर, राउत ने कहा, हमें पता चला कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह औरंगाबाद का दौरा करने वाले हैं। वह हमसे दिल्ली में नहीं मिलते हैं। इसलिए हम शिवसैनिकों ने उनसे यहीं मिलने की योजना बनाई क्योंकि यह हमारी अपनी भूमि है। हालांकि उनका दौरा रद्द हो गया है।
उन्होंने औरंगाबाद में कैबिनेट बैठक के खर्च को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, उन्हें शान-शौकत दिखाने की आदत है। उन्होंने औरंगाबाद में होटल बुक किए हैं। यह राज्य को पीछे ले जाएगा। होटल बुक करना और किराए पर कार लेना जनता के पैसे की बर्बादी है।
राउत ने राज्य सरकार पर मराठवाड़ा क्षेत्र के लिए पूर्व में की गई घोषणाओं को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, मराठवाड़ा क्षेत्र के विकास के लिए 2016 में 49000 करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा की गई थी। अब तक कितने वादे पूरे हुए हैं? अब कहा जा रहा है कि सरकार 40000 करोड़ रुपए के एक और पैकेज की घोषणा करेगी। सरकार को बताना चाहिए कि पहले किए गए वादे में से कितने वादे पूरे हुए हैं?
Edited By : Chetan Gour (भाषा)