Satara doctor Sampada suicide case: सातारा जिले में फलटन के सरकारी अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर संपदा मुंडे के सुसाइड मामले से जुड़ी परतें एक एक कर खुल रही हैं। परिजनों के मुताबिक संपदा पर गलत रिपोर्ट तैयार करने के लिए पुलिस और राजनीतिक दबाव था। डॉक्टर की आत्महत्या के पीछे धमकी, मानसिक तनाव, दुष्कर्म जैसे कारण बताए जा रहे हैं।
क्या है परिजनों का आरोप : डॉक्टर के परिजनों ने यह भी आरोप लगाया है कि उन पर झूठी पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार करने के लिए पुलिस और राजनीतिक दबाव बहुत ज्यादा था। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि प्रशांत बनकर का कथित तौर पर पीएसआई गोपाल बदने और अन्य पुलिसकर्मियों के साथ नजदीकी संबंध था। आरोप है कि ये सब मिलकर डॉक्टर पर दबाव बना रहे थे। डॉक्टर ने अपने सुसाइड नोट में प्रशांत पर मानसिक शोषण करने और बार-बार रूम खाली करने की धमकी देने का आरोप लगाया था।
डॉक्टर ने डीसीपी को लिखा था खत : परिजनों के अनुसार, डॉक्टर ने आत्महत्या से कुछ समय पहले (19 जून को) फलटन के डीएसपी को भी एक पत्र लिखकर गोपाल और प्रशांत पर प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए थे और जांच की मांग की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी खुलासा हुआ है कि कथित तौर पर एक सांसद के पीए द्वारा बार-बार फोन करके डॉक्टर पर दबाव डाला जा रहा था।
इस बीच, राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा रूपाली चाकणकर ने मामले की सघन और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। कुछ नेताओं ने मामले की एसआईटी जांच की भी मांग की है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने आरोपी एसआई गोपाल और प्रशांत बनकर के खिलाफ बलात्कार और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है।