अधिकारी ने बताया कि गार्ड अपनी ड्यूटी निभाने में विफल रहा। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उस समय वह ड्यूटी पर अकेला था या नहीं। गार्ड ने इस बात का सही स्पष्ट जवाब नहीं दिया कि उसने उचित कार्रवाई क्यों नहीं की और तीनों आरोपियों को अपराध करने से क्यों नहीं रोका। साथ ही, उसे यह भी बताना होगा कि वह क्यों और किसके निर्देश पर अपना कमरा छोड़कर गया। यह भी अपराध में एक तरह की संलिप्तता है।
पीड़िता द्वारा कस्बा पुलिस थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार जब उसने मुख्य आरोपी के विवाह प्रस्ताव को ठुकरा दिया तो तीनों ने मिलकर उसके साथ मारपीट की। इसके बाद उसे सुरक्षाकर्मी के कमरे में घसीटा गया और मुख्य आरोपी ने उसके साथ बलात्कार किया, जबकि उसके 2 साथी इस कृत्य में उसकी सहायता कर रहे थे और पहरा दे रहे थे। आरोपियों ने रात करीब 10:30 बजे तक उसके साथ बलात्कार किया। हमने कमरे को सील कर दिया है।
साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में हुई इस वीभत्स घटना ने पिछले साल अगस्त में शहर के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ हुई बलात्कार और हत्या की घटना की भयावह यादें ताजा कर दीं। चिकित्सा परीक्षण से पता चला है कि पीड़िता के साथ बलात्कार हुआ था। पीड़िता के शरीर पर उसके साथ जबरदस्ती करने, काटने के निशान और नाखून से खरोंच के निशान पाए गए हैं।