बताया जा रहा है कि कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी यूपी के लिए एक ब्राह्मण चेहरे की मांग की थी। इसी चलते शीला को मैदान में उतारा जा रहा है। शीला अनुभवी राजनीतिज्ञ होने के साथ ही तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। हालांकि उनकी अधिक उम्र से मतदाताओं में नकारात्मक संदेश भी जा सकता है।