औरंगाबाद। दो प्रदर्शनकारियों की मौत के बाद औरंगाबाद जिले के मराठा आरक्षण आंदोलन के केंद्र के रूप में उभरने के बीच शिवसेना के एक विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) ने आंदोलन में कूदते हुए आरक्षण के लिए अध्यादेश लाने की मांग की और धमकी दी कि अगर इस मुद्दे पर बुधवार शाम तक कोई फैसला नहीं होता है तो वे इस्तीफा दे देंगे।