राकांपा शासित एनएमएमसी में भाजपा के 6 पार्षदों को छोड़कर 105 पार्षदों ने मुंढ़े के कामकाज के तानाशाही अंदाज के खिलाफ एकमत होकर अविश्वास प्रस्ताव पारित किया था। इस प्रस्ताव का शिवसेना, राकांपा, कांग्रेस और निर्दलीयों ने समर्थन किया था।
मंगलवार को एनएमएमसी के महापौर सुधाकर सोनावणे ने मुख्यमंत्री द्वारा अधिकारी को तत्काल हटाने की मांग करते हुए कहा था कि उक्त अधिकारी नगर निकाय की अध्यक्षता के सभी अधिकार खो चुका है। हालांकि मुंढ़े के मामले में अंतिम फैसला फडणवीस को लेना है, क्योंकि शहरी विकास विभाग का प्रभार उन्हीं के पास है।