हैदराबाद। सीताराम येचुरी ने एक बार फिर माकपा महासचिव चुने जाने के बाद सोमवार को कहा कि गैरभाजपा और गैरकांग्रेस तीसरे मोर्चे को यदि सत्ता में आने के एकमात्र लक्ष्य के साथ बनाया जाएगा तो वह सफल नहीं होगा।
पार्टी की 22वीं कांग्रेस के समापन पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तीसरे मोर्चे का आधार और इसके गठन की नीति मजबूत होनी चाहिए और यह जन आंदोलनों से ही निकलना चाहिए।
येचुरी ने कहा कि कुछ दिन पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने उनसे बात की थी और गैरकांग्रेस, गैरभाजपा मोर्चा लाने की इच्छा जताई थी और इस पर मेरी राय मांगी थी। (भाषा)