विद्यार्थी ने आरोप लगाया कि रविशंकर भाजपा के मोहरे हैं। भाजपा को यह एहसास हो गया है कि विकास की बाजीगरी की आड़ में उसकी झूठ को जनता ने पकड़ लिया है। गुजरात विधानसभा और उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव में उसकी पराजय होने जा रही है। इसी पर भाजपा ने श्री श्री रविशंकर को आगे कर राम मंदिर मसले को गरमाने का प्रयास किया है।