अलगाववादियों के शहर के मध्य स्थित लाल चौक को कब्जे में लेने के आह्वान के मद्देनजर और जुमे की नमाज के बाद हिंसा की आशंकाओं को देखते हुए शुक्रवार को श्रीनगर के कई हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर के अंदरूनी हिस्से के पांच थाना क्षेत्रों और बाहरी इलाके के बटमालू और मैसूमा क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया है। उन्होंने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी के इन हिस्सों में लोगों की गतिविधियों पर प्रतिबंध अलगाववादियों की लाल चौक पर कब्जा करने की अपील और आज जुमे की नमाज के बाद हिंसा की आशंकाओं को देखते हुए लगाया गया है।
अधिकारी ने कहा कि लाल चौक की ओर जाने वाले सभी मार्गों को सील कर दिया गया है और कानून एवं व्यवस्था की समस्या की किसी भी संभावित स्थिति से बचने के लिए कांटों वाले तारों को लगाया गया है और बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में कहीं और कर्फ्यू नहीं लगाया गया है। हालांकि समूची घाटी में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियाती उपाय के तौर पर सीआरपीसी की धारा 144 के तहत लोगों के जमा होने पर रोक लागू है।
इस बीच, अलगाववादियों की हड़ताल की वजह से कश्मीर में आज 84वें दिन भी जन जीवन प्रभावित रहा। दुकानें, पेट्रोल पंप और अन्य कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे जबकि सार्वजनिक परिवहन के साधन सड़कों से नदारद रहे।
समूची घाटी में स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षिक संस्थान भी बंद है। अलगाववादी समूह प्रदर्शन के सप्ताहिक कार्यक्रम की घोषणा कुछ दिनो में वक्त वक्त पर छूट के साथ करते रहे हैं और उन्होंने अपनी हड़ताल की मियाद छह अक्टूबर तक बढ़ा दी है।
कश्मीर में चल रही अशांति में दो पुलिसकर्मियों समेह 82 लोगों की मौत हो गई है, जबकि हजारों लोग जख्मी हुए हैं। (भाषा)