रविवार के विस्फोट से कितना कंपन हुआ, ध्वनि प्रदूषण कितना हुआ और 22 मई को अंतिम विस्फोट के दिन कितना विस्फोटक इस्तेमाल किया जाएगा, ये रिपोर्ट आने में करीब दस दिन का समय लगेगा। कंपन जांच के लिए छह जगह मशीनें लगाई गई थीं।
शुरुआत में 2500 से 4000 किलोग्राम तक विस्फोटक लगने का अनुमान जताया गया था। ब्लास्ट के दौरान नागरिक पुलिस के साथ रैपिड ऐक्शन फोर्स के जवान भी तैनात थे। अधिकारियों ने बताया कि प्रदूषण का पता लगाने के लिए पीएम 2.5 और 10 के मानक जांचने के लिए मशीन लगा दी गई हैं। साथ ही हवा की दिशा की जांच के लिए मशीन लगाई जाएगी।
आईआईटी चेन्नई, सीबीआरआई और नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों की देखरेख में परीक्षण विस्फोट हुआ।पुलिस उपायुक्त यातायात गणेश पी शाहा ने बताया कि परीक्षण विस्फोट के दौरान सिर्फ टावर के सामने वाली सड़क को यातयात के लिए बंद किया गया था, बाकी सड़कों पर यातायात जारी रहा।(भाषा)
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