मायावती ने यहां जारी एक बयान में कहा कि पर्रिकर द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक करके आतंकवादियों की शिविरों को तबाह करने की सेना की कार्रवाई का श्रेय पूरी तरह से सेना को ही देने की बजाय पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को और अब संघ को दिया जाना भारतीय सेना के पराक्रम का अपमान है, जो अति-निंदनीय है।
प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जगजाहिर है कि संघ एक सर्वमान्य संस्था नहीं है, क्योंकि इसका एजेंडा नफरत पर आधारित विभाजनकारी तथा विघटनकारी है। इतना ही नहीं, अपने आपको सांस्कृतिक संस्था घोषित करने वाले संघ के लोग हमेशा राजनीतिक उद्देश्य से ही काम करते हैं। अब तो उनके कार्यकर्ता खुलेतौर पर भाजपा और उसकी सरकार में शामिल हैं।