अधिकारी ने कहा कि हमारे लिए, हम पहले भारतीय हैं और उसके बाद बंगाली। सतीश चंद्र सामंत मेदिनीपुर के एक दिग्गज सांसद थे। यहां तक कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू भी उनका बहुत सम्मान करते थे। न तो सतीश चंद्र सामंत ने कभी नेहरू को बाहरी कहा और न ही नेहरू ने उन्हें कभी गैर-हिन्दीभाषी सांसद कहा। दोनों के बीच परस्पर सम्मान था। स्वतंत्रता सेनानी सामंत 3 दशकों से अधिक समय तक संसद के सदस्य रहे।