गुजरात में स्वाइन फ्लू का कहर, 200 से ज्यादा की मौत

गुरुवार, 17 अगस्त 2017 (21:28 IST)
अहमदाबाद। गुजरात में स्वाइन फ्लू से दहशत का माहौल है। एक जानकारी के मुताबिक अब करीब 220 लोगों की मौत हो चुकी है। गत सोमवार को ही एक दिन में 11 लोगों की मौत हो गई।
 
सोमवार को जूनागढ़ और राजकोट में दो-दो मौत हुईं, जबकि अहमदाबाद शहर, वडोदरा शहर और गांधीनगर, सुरेंद्रनगर, कच्छ, राजकोट और अहमदाबाद जिलों में एक-एक मौत हुई।
दूसरी ओर स्वाइन फ्लू के कहर से अफरातफरी के बीच मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गुरुवार को सूरत, वडोदरा और राजकोट में सिविल अस्पताल में ऐसे मरीजों के लिए अलग बनाए गए आइसोलेशन वार्ड का दौरा किया और किसी भी तरह के फ्लू के लक्षण दिखने पर स्वाइन फ्लू की सबसे कारगर दवा टैमीफ्लू का इस्तेमाल किए जाने की सलाह दी। 
 
स्वास्थ्य मंत्री शंकर चौधरी और मुख्य सचिव जेएन सिंह के साथ अस्पतालों के दौरे के क्रम में पत्रकारों से बातचीत में रूपाणी ने कहा कि स्वाइन फ्लू होने पर ऐसा नहीं समझा जाना चाहिए कि अब खेल ही खत्म हो गया। योग्य और समय से होने वाले इलाज से अगस्त में सबसे अधिक हावी रहने वाली इस चक्रीय संक्रामक बीमारी का आसानी से इलाज हो सकता है।
उन्होंने इसकी रोकथाम के लिए 'एनी फ्लू टैमी फ्लू' का नारा देते हुए कहा कि यह दवा अस्पतालों से लेकर दवा की दुकानों तक मुफ्त उपलब्ध कराई गई है। किसी भी चिकित्सक चाहे वह एलोपैथिक, होम्‍योपैथिक, आयुर्वेदिक अथवा कोई अन्य हो, के पास फ्लू के लक्षण वाले मरीज के जाने पर उसे टैमी फ्लू का कोर्स दिया जाना चाहिए। इसके लिए स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि होने तक इंतजार नहीं होना चाहिए। 
 
रूपाणी ने कहा कि बीमारी के लिए पर्याप्त मात्रा में जीवन रक्षक उपकरण वेंटिलेटर, ऑक्सीजन तथा दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। ज्ञातव्य है कि गत एक जनवरी से अब तक राज्य में स्वाइन फ्लू से 220 से अधिक मौतें हो चुकी हैं तथा करीब 2000 ऐसे मामलों की पुष्टि हुई है। (एजेंसियां) 

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