पटना। चाटुकारिता का सबसे बड़ा उदाहारण भारत में ही संभव है...तक्षशिला यूनिवर्सिटी ने चापलूसी की हदें पार करते हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के 10वीं फेल बेटे तेज प्रताप यादव को डॉक्टरेट की डिग्री प्रदान की है। अब तेज प्रताप अपने नाम के आगे डॉ. लिखने का हक प्राप्त कर लेंगे। सोशल मीडिया को जैसे ही ये खबर लगी कि तेज प्रताप को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है, वैसे ही उनका उपहास उड़ाना शुरू हो गया है।
तक्षशिला यूनिवर्सिटी ने बकायदा गुरुवार को एक समारोह में तेज प्रताप यादव को डॉक्टरेट की डिग्री प्रदान की। उन्हें गाउन पहनाया गया और लालू के बेटे भी हंसते हुए यह मानद उपाधि लेते ऐसे फोटो खिंचवा रहे हैं मानों उन्होंने कोई बड़ा तीर मार लिया हो...जबकि वो खुद जानते हैं कि पढ़ाई उन्हें कभी रास नहीं आई और 10वीं कक्षा में वे फेल हो गए थे।
इस समय बिहार में नीतीश सरकार में तेज प्रताप यादव स्वास्थ्य मंत्री है। गुरुवार के दिन 'डॉक्टरेट' उपाधि मिलने का वे जश्न भी नहीं पाए क्योंकि शुक्रवार के दिन सुबह ही सीबीआई ने उनके पिता लालू प्रसाद यादव के पटना समेत 12 ठिकानों पर छापा मारा। लालू का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के इशारों पर ये छापे मारे गए हैं। मैं फांसी पर चढ़ जाऊंगा, लेकिन किसी से डरूंगा नहीं।
बहरहाल, तेज प्रताप यादव को बिहार की तक्षशिला यूनिवर्सिटी द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि देने का यह मामला सोशल मीडिया में छाया हुआ है और लोग ताने कसते हुए तेज प्रताप समेत तमाम बिहारियों को बधाइयां देने से नहीं चूक रहे हैं क्योंकि इस तरह का काम बिहार में ही हो सकता है, जो फर्जी मेरिट होल्डर से लेकर सामूहिक चीटिंग कराने के लिए देशभर में कुख्यात है।