राम्या का सपना था कि वह कमिश्नर की कुर्सी पर बैठे और अधिकारियों को आदेश दे। उसका यह सपना पूरा हुआ। वह कुर्सी पर बैठी और अधिकारियों ने उसके आदेश का पालन भी किया।
राम्या का निम्स हैदराबाद में इलाज चल रहा है। इतनी कम उम्र में शायद उन्हें नहीं मालूम कि उसकी जिंदगी का क्या होगा, लेकिन जब वह किसी से मिलती है तो मुस्कराकर बोलती है कि उसे बड़े होकर पुलिस अधिकारी बनना है और देश की सेवा करना है।