कश्मीर में तनाव, कर्फ्यू जैसे हालात

शनिवार, 9 जुलाई 2016 (12:49 IST)
श्रीनगर। हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। श्रीनगर शहर समेत घाटी के कई हिस्सों में कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लागू किए गए हैं और विरोध प्रदर्शनों की आशंका के चलते अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई है।
 
प्रदर्शनकारियों ने अलगाववादी नेताओं के हड़ताल का आह्वान करने के बाद कई स्थानों पर शहर के प्रवेश मार्गों एवं मुख्य सड़कों को बाधित कर दिया। अलगाववादी नेताओं को एहतियातन नजरबंद रखा गया है। 
 
आतंकवाद का चेहरा बने वानी के ऑडियो संदेशों के प्रसारण के लिए शनिवार को कुछ स्थानों पर लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल किया गया। कश्मीर में मोबाइल-इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है जबकि दक्षिण कश्मीर में मोबाइल फोन सेवाओं को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
 
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि कश्मीर के अधिकतर हिस्सों में अभी तक स्थिति काफी हद तक शांतिपूर्ण है लेकिन कोकेरनाग इलाके में शुक्रवार को मुठभेड़ में मारे गए आतंकी कमांडर के गृहनगर त्राल के निवासियों ने विरोध प्रदर्शन किए।
 
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा के अधिकतर हिस्सों और श्रीनगर शहर के 6 पुलिस थानों में एहतियात के तौर पर लोगों की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। 
 
अधिकारी ने बताया कि वानी के मारे जाने की खबर के बाद इन क्षेत्रों में शुक्रवार रात कुछ स्थानों पर हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि युवाओं के एक समूह ने भी सुरक्षाबलों के शिविरों पर पथराव शुरू कर दिया। 
 
सुरक्षा बलों ने अब तक इस पर जवाबी कार्रवाई नहीं की है। अधिकारियों ने जम्मू आधार शिविर से घाटी में बालटाल एवं पहलगाम आधार शिविरों तक की अमरनाथ यात्रा एहतियातन स्थगित कर दी है।
 
भीड़ ने पूर्व में रेलगाड़ियों को निशाना बनाया है जिसके मद्देनजर कश्मीर के बारामूला और पीर पंजाल पर्वतीय श्रृंखला पर स्थित बनिहाल के बीच रेल सेवाएं भी दिनभर के लिए निलंबित कर दी गई हैं।
 
सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारुक और मोहम्मद यासिन मलिक समेत शीर्ष अलगाववादी नेताओं को शुक्रवार रात नजरबंद कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने शनिवार को बंद का आह्वान किया था।
 
हुर्रियत के दोनों धड़ों ने मारे गए आतंकवादियों के लिए जनाजे की गायबाना नमाज पढ़े जाने की योजना बनाई थी। महिलाओं के कट्टरपंथी संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत की प्रमुख आसिया अंद्राबी ने 3 दिवसीय बंद का आह्वान किया है।
 
इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि दुकान, निजी कार्यालय, व्यापारिक प्रतिष्ठान एवं पेट्रोल पंप बंद कर दिए गए हैं जबकि सरकारी कार्यालयों एवं बैंकों में बहुत कम लोगों को देखा गया तथा सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद रहे, जबकि कुछ स्थानों पर निजी कारें एवं ऑटोरिक्शा चलते देखे गए। ग्रीष्मकालीन छुट्टियों के मद्देनजर घाटी में शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। 
 
अधिकारियों ने बताया कि घाटी में जिला मुख्यालय से बंद की सूचना मिली है। कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि विश्वविद्यालय ने शनिवार के लिए निर्धारित सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।
 
उन्होंने कहा कि परीक्षा के लिए नई तिथियों के संबंध में अलग से अधिसूचना जारी की जाएगी। जम्मू-कश्मीर स्कूल शिक्षा बोर्ड ने भी हड़ताल के मद्देनजर शनिवार को होने वाली परीक्षा स्थगित कर दी।
 
अधिकारी ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए और शरारती तत्वों को अफवाह फैलाने से रोकने के लिए पूरी कश्मीर घाटी में मोबाइल-इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं और दक्षिण कश्मीर में फिलहाल के लिए मोबाइल सुविधा पूरी तरह से रोक दी गई है लेकिन ब्रॉडबैंड सेवाएं पहले की तरह चालू हैं। (भाषा)

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