24 घंटे में आतंकियों ने दूसरे बैंक से लूटे 5 लाख

सुरेश एस डुग्गर
श्रीनगर। कश्मीर में पुलिसवालों से हथियार छीनने और बैंकों को लूटने की घटनाओं में तेजी आई है। कल भी आतंकियों ने एक बैंक से 65 हजार रुपया लूट लिया था तो आज फिर एक अन्य बैंक से 5 लाख रुपया लूट लिया। कल रात ही आतंकियों ने पहली बार अदालत परिसर पर हमला बोलकर पांच पुलिसवालों से पांच राइफलें छीन लीं थीं।
 
आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले के वाहीबग गांव में इलाकाई देहाती बैंक में लूटपाट की। 24 घंटे पहले भी कुलगाम स्थित इसी बैंक में आतंकियों ने लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था। अधिकारियों के मुताबिक, आतंकियों ने 5 लाख रुपए लूटे हैं। 
 
याद रहे कि जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में सोमवार को आतंकवादियों ने एक नकदी वैन पर हमला कर दिया था और पांच पुलिसकर्मियों व दो बैंककर्मियों की हत्या कर दी थी। यह घटना पोमबई गांव में उस वक्त हुई थी, जब अज्ञात संख्या में आतंकवादियों ने जम्मू कश्मीर बैंक की नकदी वैन को निशाना बनाया था। हिजबुल मुजाहिदीन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। 
 
एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि आतंकवादियों ने वैन में बैठे लोगों पर गोली चलाई। हमलावर मारे गए पुलिसकर्मियों की राइफल अपने साथ ले गए थे। नकदी वैन ने नीहमा गांव की बैंक की शाखा में नकदी जमा कर दी थी। वैन जब कुलगाम शहर लौट रही थी, तब उस पर हमला किया गया था।
 
इससे पहले कल रात शोपियां जिले में आतंकवादियों ने अदालत परिसर पर हमला कर वहां तैनात पुलिसकर्मियों से पांच स्वचालित हथियार लूट लिए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मंगलवार रात आतंकवादियों के एक समूह ने शोपियां के जिला अदालत परिसर पर हमला कर दिया और गार्ड रूम में जबरन घुसकर पुलिसकर्मियों से पांच स्वचालित राइफल्स (एसएलआर) लूट लिए। 
 
दक्षिण कश्मीर के जिला मुख्यालय में पिछले एक दशक में अदालत परिसर के सुरक्षा दस्ते या गार्ड से हथियार लूटने का यह पहला मामला है। एसएसपी शोपियां ताहिर सलीम ने बताया कि आतंकियों के आगे हथियार डालने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। 
 
सूत्रों ने बताया कि जिला अदालत परिसर शोपियां के मुख्य बाजार में सड़क किनारे है। सेना की वर्दी पहने आतंकियों को अदालत परिसर की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे पुलिसकर्मियों ने फौजी समझ अपनी चौकी तक आने दिया। पुलिसकर्मी जब तक असलियत समझते तब तक आतंकियों ने उन्हें बंधक बना लिया। 
 
रात करीब ग्यारह बजे हुई इस वारदात में शामिल आतंकियों ने पुलिसकर्मियों के चार एसाल्ट राइफलें, एक इनसास राइफल समेत पांच हथियार, उनके मैगजीन और कारतूस कब्जे में ले लिए। जानकारी के अनुसार, आतंकी दीवार फांदकर चौकी में दाखिल हुए थे। अदालत परिसर में तैनात पुलिसकर्मियों से हथियार लूटे जाने की सूचना मिलते ही पुलिस, सेना व अर्धसैनिक बलों के जवान मौके पर पहुंच गए। तब तक आतंकी भाग चुके थे।
 
सूत्रों ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने आतंकवादी हमले के दौरान कोई विरोध नहीं किया और अपने हथियार उन्हें दे दिए जिसकी वजह से सभी पांच पुलिसकर्मियों को ड्यूटी में कोताही बरतने का आरोप लगाकर निलंबित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि हथियारों की लूट के लिए जिम्मेदार आतंकियों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। पुलिसकर्मियों से हथियार लूटे जाने की यह पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी आतंकियों ने हथियार लूटे हैं, हालांकि बाद में लूट के हथियारों को बरामद कर लिया गया है।
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