जम्मू। पाक परस्त आतंकियों ने कश्मीर के कुलगाम में मंगलवार रात को कायराना हरकत करते हुए राज्य से बाहर के 5 मजदूरों की हत्या कर दी। जम्मू कश्मीर पुलिस के मुताबिक आतंकी हमले में एक अन्य मजदूर जख्मी है।
आतंकियों ने इस कायराना हमले को उस दिन अंजाम दिया, जिस दिन यूरोपीय सांसदों का एक 27 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर के दौरे पर है। इससे पहले दिन में आतंकियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (केरिपुब) के उस दल पर हमला किया था, जो परीक्षा केंद्र के बाहर डयूटी पर था।
पुलिस के अनुसार, कुलगाम में 5 गैर कश्मीरी श्रमिकों के शव बरामद किए जाने के बाद इलाके में व्याप्क तलाशी अभियान छेड़ा गया और अतिरिक्त सुरक्षाबलों को इलाके में भिजवाया गया है। 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर के बंटवारे के बाद यह पहली घटना है, जिसमें आतंकियों ने इतनी संख्या में एकसाथ प्रवासी श्रमिकों को मार डाला हो। फिलहाल मारे गए श्रमिकों की पहचान नहीं हो पाई है।
जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद से ही बौखलाए आतंकी ट्रक ड्राइवरों, कारोबारियों और दूसरे राज्यों से आए मजदूरों को टारगेट कर रहे हैं। इससे पहले भी आतंकियों ने एक नॉन-कश्मीरी मजदूर की हत्या कर दी थी। पिछले 15 दिनों में आतंकवादियों ने 6 ट्रक ड्राइवरों, एक सेब कारोबारी और दूसरे राज्य से आए 6 मजदूरों की हत्या कर चुके हैं।
एक दिन पहले ही आतंकवादियों ने अनंतनाग में एक ट्रक ड्राइवर की हत्या कर दी थी। नारायण दत्त नाम का ट्रक ड्राइवर ऊधमपुर के कटरा का रहने वाला था। सोमवार को ही आतंकवादियों ने सोपोर में बस स्टैंड पर ग्रेनेड हमला किया था, जिसमें 1 आम नागरिक की मौत हुई थी और 19 अन्य जख्मी हुए थे।
इससे पहले दक्षिण कश्मीर के जिला पुलवामा के द्रबगाम इलाके में आतंकवादियों ने 10वीं कक्षा के परीक्षा केंद्र के बाहर तैनात सीआरपीएफ व पुलिस के जवानों पर हमला किया। हमले में जवानों ने खुद को बचाते हुए जवाबी फायर किया। बताया जा रहा है कि शुरुआती फायरिंग के बाद आतंकी भाग निकले। उन्हें पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह हमला जिला पुलवामा के द्रबगाम इलाके में उस जगह किया गया, जहां बच्चों का परीक्षा केंद्र बनाया गया था। सीआरपीएफ के जवान परीक्षा केंद्र की सुरक्षा में तैनात थे। कुछ आतंकवादी आए और उन्होंने सीआरपीएफ जवानों पर 6 से 7 राउंड फायर किए।
हालांकि इस हमले में कोई भी जवान घायल नहीं हुआ है। जवानों ने तुरंत अपनी पोजीशन संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की। हमले को विफल होते देख आतंकवादी वहां से फरार हो गए।