अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि गंडाट्विजा गांव में आगजनी से प्रभावित ग्रामीणों ने 12 जुलाई से ही राज्य की राजधानी अगरतला से करीब 110 किलोमीटर दूर राहत शिविरों में शरण ले रखी है। उन्होंने बताया कि धलाई जिले के जिलाधिकारी साजू वाहिद ने रविवार को प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और उन्हें सुरक्षा एवं मुआवजा दिलाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का भरोसा दिलाया।
उप जिलाधिकारी (एसडीएम) चंद्रजॉय रियांग ने बताया, हमलावरों द्वारा कम से कम 40 घरों को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त किया गया और करीब 30 दुकानों में लूटपाट की गई। प्रभावित परिवार इस समय गंडाट्विजा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शरण लिए हुए हैं।
अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती : उन्होंने बताया कि 12 जुलाई की रात हुई हिंसा में चार मोटरसाइकल को भी आग के हवाले कर दिया गया। गंडाट्विजा में हालात में सुधार हुआ है और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। उन्होंने बताया कि आगजनी से प्रभावित करीब 80 परिवारों को मुआवजा देने के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी के नेतृत्व में टीम स्थानीय समिति के सदस्यों से बातचीत कर रही है ताकि बाजार को दोबारा खोला जा सके। अधिकारियों के मुताबिक, सात जुलाई को स्थानीय बाजार में दो गुटों के बीच हुई झड़प के कारण ग्रामीणों पर हमला किया गया।
4 लोग गिरफ्तार : घटना में गंभीर रूप से घायल छात्र परमेश्वर रियांग का अगरतला के जीबीपी अस्पताल में इलाज किया जा रहा था, जिसकी 12 जुलाई को मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि युवक की मौत के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour