विजय ने बीच में ही रोक दी रैली : अधिकारियों के अनुसार, भगदड़ शाम करीब साढ़े सात बजे उस समय मची जब विजय अपने समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। भारी संख्या में समर्थक दोपहर में ही इकट्ठा हो गए थे और टीवीके नेता व फिल्म कलाकार की एक झलक पाने के लिए घंटों से इंतजार कर रहे थे। विजय की पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने जब लोगों को बेहोश होते और गिरते देखकर शोर मचाया तब उन्होंने अपनी रैली रोक दी। बेहोश होने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। स्टालिन ने स्थिति को चिंताजनक बताया। इस बीच, राज्य सरकार ने भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की।