लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में रेप पीड़िता को जलाकर मारने की घटना को लेकर उन्नाव के एसपी ने बिहार थाना में कार्यरत पुलिसवालों पर बड़ी कार्रवाई की है और उन्नाव के एसपी ने ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने के लिए उन्नाव के बिहार पुलिस स्टेशन के एसएचओ अजय त्रिपाठी और 6 अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, उन्नाव के एसपी विक्रांत वीर ने पुलिस पर कार्रवाई करते हुए उन्नाव के बिहार थाना के प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार त्रिपाठी को सस्पेंड किया और उनके साथ दारोगा अरविन्द सिंह रघुवंशी व दारोगा श्रीराम तिवारी को निलंबित किया है और साथ ही पुलिस के बीट आरक्षी पंकज यादव, आरक्षी मनोज, आरक्षी अब्दुल वसीम के साथ आरक्षी संदीप कुमार को कार्य के प्रति लापरवाही, अपराध नियंत्रण/ अभियोगों से संबंधित घटनाओं के प्रति शिथिलता व स्वैच्छाचारिता को दृष्टिगत रखते हुए उपरोक्त सभी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया।
उन्नाव घटना को लेकर पुलिस विभाग पर यह पहली बड़ी कार्रवाई हुई है। गौरतलब है कि उन्नाव के थाना बिहार के अंतर्गत एक गांव के रहने वाले शिवम और शुभम ने 12 दिसंबर 2018 को इलाके की एक युवती को अगवा करके रायबरेली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र में गैंगरेप किया था। जिसका मुकदमा रायबरेली जिले के थाना लालगंज में पंजीकृत है और रायबरेली कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही है।
जिसको लेकर आरोपियों ने पीड़िता को रोककर पहले मारपीट की और फिर मिट्टी का तेल डालकर आग के हवाले कर दिया, जब तक पीड़िता अस्पताल पहुंचती तब तक काफी हद तक वह जल चुकी थी और उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी, जिसको लेकर आनन-फानन में लखनऊ से उसे दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में शिफ्ट कर दिया, जहां शुक्रवार देर रात उसकी मौत हो गई।