सबसे तेज, जल्दबाजी और नासमझी के चक्कर में मीडियाकर्मियों से भी गलती हो जाती है। ऐसी ही गलती सोमवार को हुई, जिससे न सिर्फ पाठकों का मनोरंजन हुआ, बल्कि मीडिया की खिल्ली भी उड़ी।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने 15 जून तक यूपी की सड़कों को ‘गड्ढा मुक्त’ बनाने की घोषणा की थी, लेकिन यह गड्ढा पता नहीं कब गधा (Donkey) में बदल गया। इस गधे की आवाज दूर-दूर तक और मीडिया की साख कुछ समय के लिए गड्ढे में।
वैसे भी लोग अभी यूपी के 'गधा पुराण' को भूले नहीं होंगे, जब उत्तर प्रदेश में गधे का उल्लेख काफी जोर शोर से किया गया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के श्रीमुख से भी गधे की महिमा का बखान हुआ था। अखिलेश ने चुनाव के दौरान कहा था कि मीडिया 'गुजरात के गधों' का प्रचार करना बंद करे, जवाब में मोदी ने भी गधे को मेहनती बताया था।
खैर, गलती तो हो गई और मजाक भी बन गया। लेकिन इसके पीछे संभावना जताई जा रही है कि यह गूगल ट्रांसलेट का भी कमाल हो सकता है। गलती से गड्ढा गधा बन गया हो और गधा डंकी। वैसे भी गूगल ट्रांसलेट पर सतर्कता नहीं बरती जाए तो गौतम गंभीर का अनुवाद गौतम सीरियस होता है और लाल सिंह का रेड लॉयन। यदि सतर्कता नहीं बरती जाए तो इस तरह की गलतियां और भी संभव है।