पहले मित्र पुलिस ने निभाई मित्रता और फिर लिखा दिया मुकदमा...

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में मित्र पुलिस का एक अनोखा चेहरा सामने आया है जिसे देख खुद आपको अपने मित्र पुलिस पर शर्मिंदगी महसूस होगी क्योंकि जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ आए दिन आम जनता से ठीक से पेश आने की बात पुलिस को समझाते रहते हैं और वहीं पुलिस के उच्च अधिकारी आम लोगों से मित्रवत रहकर बात करने की सलाह देते हैं लेकिन वही मित्रता का असली चेहरा आज कानपुर में मित्र पुलिस का देखने को मिला।


मिली जानकारी के अनुसार, थाना कोहोना के अंतर्गत पर्वती बंगला रोड के पास गुड़िया नामक एक महिला सड़क पार कर रही थी। इसी बीच पिता विजय-पुत्र पारस उसी रोड से तेज रफ्तार कार से गुजर रहे थे। महिला को अचानक रोड पर देख वह कार से नियंत्रण खो बैठे और महिला को टक्कर मारते हुए पोल से जा टकराए। हादसे की वजह से रोड पर जाम लग गया।

सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल महिला और पिता-पुत्र को पास के निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया। लेकिन क्षतिग्रस्त कार को रोड से हटाने का प्रयास पुलिस कर रही थी। इसी बीच एक कार सवार युवक घटनास्थल के पास से गुजरने लगा। यह देख सिपाही शशि कुमार सिंह का पारा चढ़ गया और कार चालक को अपशब्द कहते हुए उसकी कार में लात मारने लगा।

कार चालक विरोध करते हुए मौक से चला गया। लेकिन सिपाही ने कार नम्बर के आधार पर चालक के खिलाफ पैर में कार चढ़ाने की तहरीर थाने में दी है। इंस्पेक्टर ने बताया कि पास से गुजर रही कार ने सिपाही के पैर पर कार का पहिया चढ़ा दिया था, सिपाही के विरोध किए जाने पर चालक ने अभद्रता की और मौके से फरार होने लगा जिसके चलते सिपाही और कार चालक के बीच कहासुनी हो गई।

सिपाही ने तहरीर दी है जिसके आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया जा रहा है, लेकिन देर शाम सिपाही की अभद्रता का वीडियो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार मीणा तक जा पहुंचा। जिसके बाद एसएसपी ने डिप्टी एसपी को सख्त निर्देश दिया कि पूरे मामले की जल्द जांच कर अवगत कराएं।

एसएसपी ने बताया कि वीडियो के मुताबिक सिपाही की गलती दिख रही है फिर भी इस बात की जांच कराई जा रही है कि कहीं वीडियो में छेड़छाड़ तो नहीं की गई। उन्‍होंने कहा कि अगर जांच रिपोर्ट में सही पाया गया तो सिपाही के खिलाफ कार्रवाई होना तय है। 

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