उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा राज्य की आर्थिकी का एक बहुत बड़ा स्रोत है। इस लिए सरकार का इस पर फोकस है कि यात्रियों को बेहतर सुविधा के साथ-साथ यात्रा संचालित करने में सहयोग करने वाले तीर्थ पुरोहितों सहित सभी व्यापारियों एवं अन्य लोगों का सहयोग लेकर यात्रा को निर्विघ्न संपन्न कराया जा सके।
चार धाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा की चार धाम यात्रा की तैयारियां अंतिम चरण में चल रही हैं। उन्होंने स्वयं चार धाम यात्रा को लेकर समीक्षा बैठक की है। उन्होंने कहा कि सरकार का यह उद्देश्य है की आने वाले तीर्थ यात्रा की सुरक्षा के साथ-साथ यात्री सरलता व सुगमता से यात्रा करें और उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो।
उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखंड की आर्थिकी का एक बहुत बड़ा स्रोत है अतः सरकार का इस पर फोकस है ताकि यात्रियों को सुविधा के साथ-साथ यात्रा संचालित करने में सहयोग करने वाले तीर्थ पुरोहितों सहित सभी व्यापारियों एवं अन्य लोगों का सहयोग लेकर यात्रा को निर्विघ्न संपन्न कराया जा सके।
धामी ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े संगठन विद्या भारती द्वारा सम्पूर्ण भारत में 12 हजार से अधिक विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं, जिसमें लगभग 35 लाख से अधिक छात्र छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
धामी ने आज यहां सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, हरिद्वार में नवनिर्मित भवन व स्मार्ट रूम का लोकापर्ण किया तथा प्रतिभावान विद्यार्थियों और शिक्षकों को सम्मानित एवं प्रोत्साहित किया। समारोह का शुभारंभ श्री धामी तथा प्रान्त प्रचारक डॉ शैलेन्द्र द्वारा संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया।
धामी ने नए भवन व स्मार्ट रूम के लोकापर्ण होने पर सभी छात्र एवं छात्राओं को बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने अपने सम्बेधन में कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात हमारा देश जब अपने पैरो पर खड़ा होने का प्रयास कर रहा था उस समय हमारे देश में शिक्षा संस्थानों व विद्यालयों की बहुत कमी थी। उस काल खंड में राष्ट्र निर्माण की भावना को ध्यान में रखते हुए आरएसएस के महत्वपूर्ण आनुषंगिक संगठन के रूप में विद्या भारती अखिल शिक्षा संस्थान ने सरस्वती शिशु मंदिर के रूप में जो पौधा रोपित किया था, वह आज विशाल वट वृक्ष बनकर खड़ा हो गया है। देश के कोने-कोने में हमारे नौनिहालों को शिक्षित और संस्कारवान बनाने का कार्य कर रहा है।
उन्होंने कहा कि यह गर्व का विषय है कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी विद्या भारती द्वारा 50 से भी अधिक महाविद्यालय के साथ-साथ एक विश्वविद्यालय का संचालन भी किया जा रहा है। इन विद्यालयों एवं महाविद्यालयों द्वारा विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा देने के साथ ही उनमें राष्ट्रसेवा, नैतिकता, संस्कृति संरक्षण, प्राकृतिक संरक्षण और समाज के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।