करात ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा वर्ष 2001 से वर्ष 2016 तक पार्टी के 85 कार्यकर्ता शहीद हुए हैं और पार्टी कार्यकर्ताओं पर लगातार जानलेवा हमले हो रहे हैं। ये हमले कौन कर रहा है, सबको पता है। उन्होंने कहा कि माकपा लाशों पर राजनीति नहीं करती है।