उन्होंने बताया कि व्यापमं के आरक्षक भर्ती घोटाले में उत्तरप्रदेश के 3 आरोपियों अजहरउद्दीन, नईम और कासिम की भर्ती के मामले में यादव एक गवाह था। एसटीएफ ने तीनों आरोपियों को भोपाल में गिरफ्तार किया था। एसटीएफ ने यादव का मत्यु प्रमाण पत्र भी अदालत में पेश किया।
सिंह की मौत के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, जो पहले इस घोटाले की जांच सीबीआई से कराने के लिए लगातार इंकार कर रहे थे, ने इस घोटाले की जांच की निगरानी कर रहे मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय को पत्र लिखकर सरकार की ओर से इस घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपने का अनुरोध किया। (भाषा)