इससे पहले मलिक ने अपने वकील से कहा कि बिना सम्मन के उन्हें सुबह-सुबह उनके बांद्रा स्थित आवास से उठाया गया था। ईडी कार्यालय पहुंचने के बाद उन्हें समन पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया। एजेंसी की ओर से उन्हें ईडी कार्यालय ले जाने के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। अदालत में सलीम पटेल और सलीम फ्रूटी के नाम को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई। बाद में, ईडी ने स्पष्ट किया कि दोनों एक व्यक्ति के नाम हैं, जिसके नाम पर संपत्ति दर्ज की गई थी, जिससे मलिक के परिवार ने संपत्ति खरीदी थी।