पत्रकारों से उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में 5वीं एवं 8वीं कक्षा में 'उत्तीर्ण-अनुत्तीर्ण' नीति लाना बेहतर है। हम केंद्र सरकार के निर्देशों से परे जाकर 5वीं से 10वीं कक्षा तक इस व्यवस्था का विस्तार नहीं कर सकते हैं। मंत्री ने कहा कि छात्रों को 6ठी और 9वीं कक्षा में जाने के लिए परीक्षा देनी होगी। उन्होंने कहा कि अनुत्तीर्ण छात्रों को विशेष कोचिंग दी जाएगी और उन्हें 2 महीने बाद दूसरा मौका दिया जाएगा। (सांकेतिक चित्र)