कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय के लापता होने और दिल्ली में मिलने के बीच पश्चिम की राजनीति गरमा गई है। मुकुल रॉय ने कहा कि वह अब भी भाजपा के विधायक हैं और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलना चाहते हैं क्योंकि भाजपा में लौटने के इच्छुक हैं। रॉय के परिवार ने दावा किया था कि वह लापता हो गए हैं। बेटे सुब्रत रॉय ने कहा कि मुकुल रॉय की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और भाजपा को टीएमसी नेता का इस्तेमाल कर गंदी राजनीति नहीं करनी चाहिए।
मंगलवार शाम को एक बंगाली समाचार चैनल से रॉय ने कहा कि मैं एक भाजपा विधायक हूं। मैं भाजपा के साथ रहना चाहता हूं। पार्टी ने मेरे यहां ठहरने के लिए इंतजाम किए हैं। मैं अमित शाह से मिलना चाहता हूं और जे पी नड्डा से बात करना चाहता हूं।
तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्य रहे रॉय 2017 में भाजपा में शामिल हुए थे। 2011 में उन्होंने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की थी। हालांकि, इसके तुरंत बाद वह विधानसभा से इस्तीफा दिए बिना तृणमूल कांग्रेस में वापस आ गए।
रॉय ने कहा कि मैं कुछ समय से अस्वस्थ था, इसलिए मैं राजनीति से दूर था। लेकिन अब मैं ठीक हूं और मैं फिर से राजनीति में सक्रिय होऊंगा। उन्होंने कहा कि वह 100 प्रतिशत आश्वस्त हैं कि वह तृणमूल कांग्रेस के साथ कभी संबंध नहीं रखेंगे। रॉय ने अपने बेटे शुभ्रांशु को भी भाजपा में शामिल होने की सलाह दी।
रॉय का कोई अता-पता नहीं था और इसे लेकर नाटकीय घटनाक्रम सोमवार देर शाम शुरू हुआ, जब तृणमूल कांग्रेस नेता के परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि वह लापता हो गए हैं। रॉय के दिल्ली जाने से उनके अगले राजनीतिक कदम को लेकर अटकलबाजी शुरू हो गई है।
मीडिया के एक वर्ग में कयास लगाए जा रहे हैं कि रॉय भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इस पर शुभ्रांशु ने कहा ने कहा कि उनके पिता बहुत ज्यादा बीमार हैं और वह डिमेंशिया तथा पार्किंसन बीमारी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे पिता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। मैं सभी से किसी अस्वस्थ व्यक्ति को लेकर राजनीति न करने का अनुरोध करता हूं। उनके लापता होने के बाद मैंने गत रात पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी।
रॉय के बेटे ने दावा किया कि जब उन्हें सोमवार रात को पता चला कि टीएमसी नेता दिल्ली जा रहे हैं तो उन्होंने प्राधिकारियों से उन्हें विमान से उतारने का अनुरोध किया था लेकिन तब तक विमान ने उड़ान भर ली थी।
रॉय के भाजपा में शामिल होने की अटकलें तब तेज हो गयी जब भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ने फेसबुक पर एक अस्पष्ट पोस्ट करते हुए लिखा, कमबैक। एक समाचार चैनल से बातचीत में हाजरा ने कहा, यह वक्त इंतजार करने और देखने का है। कृपया एक या दो दिन इंतजार करिए, बहुत जल्द ही सब कुछ साफ हो जाएगा।
रॉय टीएमसी नेतृत्व से मतभेदों के बाद 2017 में भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था। रॉय ने भाजपा के टिकट पर 2021 का विधानसभा चुनाव जीता था लेकिन वह नतीजों की घोषणा के करीब एक माह बाद टीएमसी में लौट आए थे। टीएमसी में लौटने के बाद से ही वह जनता की नजरों से दूर रहे हैं। उन्होंने अपनी खराब सेहत का हवाला देते हुए पिछले साल पश्चिम बंगाल विधानसभा में लोक लेखा समिति के अध्यक्ष का पद छोड़ दिया था। (भाषा)