बनर्जी ने भाजपा पर 2024 के आम चुनाव से पहले राज्य में अलगाववाद को बढ़ावा देने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उत्तर बंगाल में सभी समुदाय के लोग दशकों से एक-दूसरे के साथ मिलकर रह रहे हैं, लेकिन भाजपा लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव करीब आने के साथ ही भाजपा अलग राज्य की मांग कर रही है। भाजपा कभी गोरखालैंड की मांग कर रही है, तो कभी अलग उत्तर बंगाल की मांग कर रही है। मैं जरूरत पड़ने पर अपना खून तक बहाने के लिए तैयार हूं, लेकिन राज्य को कभी विभाजित नहीं होने दूंगी।
कामतापुर लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन के नेता जीवन सिंघा के उस कथित वीडियो के संदर्भ में, जिसमें कामतापुर की मांग नहीं मानने पर मुख्यमंत्री को रक्तपात की धमकी दी गई है, बनर्जी ने कहा कि वह इस तरह की धमकियों से नहीं डरती हैं। उन्होंने कहा, कुछ लोग मुझे धमकी दे रहे हैं, मुझे इसकी परवाह नहीं है। मैं इस तरह की धमकियों से नहीं डरती। (भाषा)