यहां के एक निजी अस्पताल में नर्स के रूप में काम करने वाली इस महिला ने बताया कि यह घटना तब घटी, जब वह शाम के तकरीबन साढ़े 7 बजे अपने किराए के फ्लैट पर लौट रही थी। पीड़िता ने बताया कि मैं मदद के लिए चिल्लाई लेकिन वहां पर मौजूद ट्रैफिक पुलिसकर्मियों समेत कोई भी व्यक्ति मदद के लिए आगे नहीं आया। इस घटना ने उसे हिलाकर रख दिया।