आदित्यनाथ ने 19 जनवरी को कोलकाता में तृणमूल की विपक्ष की रैली में शामिल हुए नेताओं से इस बात का आत्मावलोकन करने को कहा कि किसी प्रकार से राज्य सरकार लोकतांत्रिक अधिकारों को तबाह कर रही है। आदित्यनाथ को दक्षिण दिनाजपुर जिले के बालुरघाट में रविवार को 'गणतंत्र बचाओ रैली' को संबोधित करना था लेकिन उनके हेलीकॉप्टर को समारोह स्थल के निकट उतरने की अनुमति नहीं मिली जिससे वे रैली में शामिल नहीं हो सके।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने ऑडियो लिंक के जरिए रैली को संबोधित करते हुए कहा कि तृणमूल सरकार ने मुझे आने और आपसे मुलाकात करने की इजाजत नहीं दी इसलिए आपको संबोधित करने के लिए मुझे मोदीजी के डिजिटल इंडिया का सहारा लेना पड़ा। यह तृणमूल सरकार जनविरोधी, लोकतंत्र विरोधी है और इसने राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तृणमूल सरकार भाजपा से भयभीत है और यह भली-भांति जानती है कि बंगाल में उसके गिने-चुने दिन बचे हैं। उन्होंने तृणमूल सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीतिक के लिए पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा रोकने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे राज्य में भाजपा की सरकार बनाने के लिए कड़ी मेहनत करें।