भोपाल गैसकांड, डाउ की पेशी चाहती है एमनेस्टी

मंगलवार, 1 जुलाई 2014 (13:00 IST)
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वॉशिंगटन। एमनेस्टी इंटरनेशनल इस सप्ताह भोपाल की अदालत में डाउ केमिकल कंपनी की पेशी चाहती है। एमनेस्टी इंटरनेशनल मानवाधिकारों, मानवीय मूल्यों और अधिकारों के लिए काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था है।

एमनेस्टी इंटरनेशनल चाहती है कि अदालत को डाउ बताए कि कंपनी की सहयोगी यूनियन कार्बाइड ने वर्ष 1984 के भोपाल गैस लीक मामले में लगातार मिले समन की उपेक्षा क्यों की।

भारतीय इतिहास में यह अब तक की भीषण औद्योगिक दुर्घटना थी। दुर्घटना में जहरीली मिथाइल आइसोसाइनेट गैस के लीक होने के कारण मध्यप्रदेश की राजधानी में हजारों लोगों की जानें गई थीं और असंख्य लोग गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो गए।

कार्यकर्ताओं का दावा है कि इस जहरीली गैस के लीक होने के कारण कंपनी के संयंत्र स्थल के पास पर्यावरण प्रदूषण भी हुआ था। एमनेस्टी इंटरनेशनल यूएसए में अंतरराष्ट्रीय सलाहकार निदेशक और वैश्विक मानवाधिकारों के विशेषज्ञ टी कुमार ने कहा कि डाउ को समन से नहीं छिपना चाहिए। आखिर डाउ भोपाल की अदालत में पेशी से क्यों डर रही है?

टी कुमार ने कहा कि हम न्याय को साकार करने के क्रम में अब काफी करीब आ चुके हैं। यह काफी महत्वपूर्ण है कि 4 जुलाई को होने वाली सुनवाई में डाउ को अदालत में पेश होने के लिए हमने सार्वजनिक तौर पर दबाव बनाया है, ताकि भोपाल त्रासदी के पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति सार्थक कॉरपोरेट जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके।

भोपाल में जहरीली गैस त्रासदी में बचे पीड़ितों को न्याय दिलाने के प्रयास के तहत एमनेस्टी इंटरनेशनल ने पिछले सप्ताह डाउ के वॉशिंगटन स्थित कार्यालय के बाहर रैली का आयोजन किया था। यह रैली डाउ कंपनी पर समन के अनुपालन के लिए दबाव बनाने का प्रयास थी। (भाषा)

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