मंदिर के उपकार्यकारी अधिकारी चिन्नमगरी रमण ने कहा कि हिन्दू चंद्र कैलेंडर के अनुसार इस वर्ष 12 महीनों के बजाए ‘आधिका मासम्’ (अतिरिक्त 13वां महीना) के कारण 2 'ब्रह्मोत्सव' हैं। पहला आयोजन ‘सलकतला ब्रह्मोत्सवम्’ 16 सितंबर और दूसरा ‘नवरात्रि ब्रह्मोत्सवम’ 14 अक्टूबर से शुरू होगा। मांगलिक ‘गरूड़ सेवा’ कार्यक्रम क्रमश: 20 सितंबर और 18 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा।