बंद बौद्ध मठों से श्रद्धालु निराश

ND

विदेशी बौद्घ मठों में ताले लटके हैं जिससे देसी-विदेशी पर्यटकों व श्रद्घालुओं को निराश लौटना पड़ रहा है। बौद्घ मठों से व्यावसायिक दर पर बिजली बिल लेने का विरोध करते हुए इंटरनेशनल बुद्घिष्ट कौंसिल ने अनिश्चितकालीन बंद का निर्णय लिया है। दस मार्च से बंद मठों में अभी भी ताले जड़े हुए हैं। विद्युत विभाग ने बिजली बिल बकाया को लेकर 11 मठों का कनेक्शन काट दिया है।

विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता गौरी शंकर प्रसाद की मुताबिक आठ बौद्घ मठों पर लगभग पैंसठ लाख रुपए बकाया हैं। सबसे अधिक जापानी इंटरनेशनल गेस्ट हाउस पर 11 लाख 17 हजार पाँच सौ छह रुपए की राशि बकाया है। वहीं दूसरी होटल एसोसिएशन ने बौद्घ मठों पर व्यवसायीकरण का आरोप लगाते हुए व्यावसायिक दर पर बिजली बिल वसूलने का स्वागत किया है।

एसोसिएशन के अध्यक्ष जयसिंह ने कहा है कि सरकार ने मंदिर के हिस्सों को छोड़कर शेष आवासीय क्षेत्रों का आकलन व्यावसायिक दर पर किया है। उधर, मठों में बिजली कनेक्शन को जोड़ने के लिए राज्य सरकार की पहल पर विभाग ने लचीला रुख अपनाया है। साथ ही 25 प्रतिशत भुगतान करने पर मठों में बिजली का कनेक्शन जोड़ दिया जाएगा। बावजूद कोई भी मठ अब तक बिजली बिल जमा नहीं कर पाए हैं।

दूसरी ओर बुद्घिष्ट कौंसिल का कहना है कि विद्युत बोर्ड पहले कनेक्शन जोड़े तभी मंदिरों का दरवाजा खुलेगा। उल्लेखनीय है कि 22 विदेशी बौद्ध मठों समेत अन्य कई प्रतिष्ठानों पर बिजली बोर्ड का छह करोड़ रुपए बकाया है।

वेबदुनिया पर पढ़ें