त्वामव्ययं विभुमचिन्त्यमसंख्यमाद्यं ब्रह्माणमीश्वरमनंतमनंगकेतुम्‌ । योगीश्वरं विदित-योगमनेकमेकं ज्ञा...
भक्तामर-स्तोत्र के विभिन्न मंत्रों की लिंक यहाँ दी गई हैं। आपको जिस मंत्र का जाप करना है उसकी लिंक प
सारा दिन दुनियादारी के द्वंद्वों में गुजरता है। कदम-कदम पर न जाने कितने रूप हम रचाते हैं... कितने ना...
हे शंखेश्वर स्वामी, प्रभु जग अंतरयामि । तमने वंदन करीये, शिवसुखना स्वामी ॥हे शंखेश्वर...॥
नवकार मंत्र है महामंत्र, इस मंत्र की महिमा भारी है। आगम में कही, गुरुवर से सुनी, अनुभव में जिसे उतार
दीवो रे दीवो प्रभु मंगलिक दीवो, आरती उतारीने बहु चिरंजीवो, दीवो... ॥1॥
जय जय आरती आदि जिणंदा, नाभिराया मरुदेवी को नन्दाः। पहेली आरती पूजा कीजे, नरभव पामीने लाहो लीजे, जय..
त्वामामनन्ति मुनयः परमं पुमांसमादित्य-वर्णममलं तमसः पुरस्तात्‌ । त्वामेव सम्यगुपलभ्य जयन्ति मृत्युं ...
स्त्रीणां शतानि शतशो जनयन्ति पुत्रान्‌ नान्या सुतं त्वदुपमं जननी प्रसूता । सर्वादिशो दधति भानि सहस्र...
नवकार मंत्र है महामंत्र, इस मंत्र की महिमा भारी है। आगम में कही, गुरुवर से सुनी, अनुभव में जिसे उतार
तेरे में ज्ञान की जो झिलमिल ज्योति है... वह और किसी अन्य देव-देवी में तो मिलेगी भी कैसे? सच्चे मणि ...
तेरे चेहरे रूपी चंद्रमा का उजाला अँधेरे को निगल जाता है, फिर रात के उस चाँद और दिन के सूरज से मुझे ...
नित्योदयं दलित-मोह-महान्धकारं गम्यं न राहु-वदनस्य न वारिदानाम्‌ । विभ्राजते तव मुखाब्जमनल्पकांति विद...
नास्तं कदाचिदुपयासि न राहु-गम्यः स्पष्टीकरोषि सहसा युगपज्जयन्ति । नाम्भोधरोदर-निरुद्ध-महाप्रभावः सूर...
निर्धूम-वर्तिरपवर्जित-तैल-पूरः कृत्स्नं जगत्त्रयमिदं प्रकटीकरोषि । गम्यो न जातु मरुतां चलिताचलानां द...
चित्रं किमत्र यदि ते त्रिदशांगनाभिर्नींत मनागपि मनो न विकार-मार्गम्‌ । कल्पान्त-काल-मरुता चलिताचलेन ...
सम्पूर्ण-मंडल-शशांक-कला-कलाप शुभ्रा गुणास्त्रिभुवनं तव लंघयन्ति । ये संश्रितास्त्रिजगदीश्वर! नाथमेकं...
वक्‌त्रं क्व ते सुर-नरोरग-नेत्र हारि निःशेष-निर्जित-जगत्त्रितयोपमानम्‌ । बिम्बं कलंकमलिनं क्व निशाकर...
यैः शान्त-राग-रुचिभिः परमाणुभिस्त्वं निर्मापितस्त्रिभुवनैक-ललाम-भूत । तावन्त एव खलु तेऽप्यणवः पृथिव्...
दृष्ट्वा भवन्तमनिमेषविलोकनीयं नान्यत्र तोषमुपयाति जनस्य चक्षुः । पीत्वा पयः शशिकरद्युति-दुग्ध-सिन्धो...