जानिए सतनाम धर्म की विशेषताएं...

सामाजिक क्रांति के जनक तथा सतनाम पंथ के संस्थापक संत गुरु घासीदास के संदेश और सतनाम धर्म की विशेषताएं मनुष्य जाति के लिए प्रेरणादायी है। आइए जानते हैं... 
 
 
सतनाम धर्म की विशेषताएं... 
 
*  सतनाम धर्म मानने वाले सोमवार को शुभ मानते है, क्योंकि इसी दिन परम पूज्य गुरु घासीदासजी का अवतार हुआ था।
 
*  सतनाम धर्म में प्रथम पूज्यनीय गुरु गद्दी है।
 
* सतनाम धर्म मानने वाले एक-दूसरे को 'जय सतनाम' कहकर अभिवादन करते हैं।
 
* सतनाम धर्म प्रत्येक मानव को मानव का स्थान देता है।
 
*  सतनाम धर्म का प्रतीक चिह्न जैतखाम है।
 
* सतनाम धर्म हमेशा सच्चाई के पथ पर चलने की शिक्षा देता है।
 
* सतनाम धर्म में 7 (सात) अंक को शुभ माना जाता है।
 
* सतनाम धर्म में जीव हत्या, चोरी, जुआ, नशाखोरी, मांसाहार तथा व्याभिचार इन बातों से दूर रहने को कहा गया है।  
 
*  यहां न कोई छोटा और न कोई बड़ा, सभी को समानता का अधिकार प्राप्त है।

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