धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इस चतुर्थी पर भगवान श्री गणेश का पूजन किया जाता है। इस दिन भगवान गणेश के एकदंत रूप की पूजा करने का विधान है। बारह मास के अनुक्रम में यह सबसे बड़ी चतुर्थी मानी गई है। चतुर्थी के व्रतों के पालन से संकट से मुक्ति मिलती है तथा आर्थिक लाभ प्राप्त होता है। भविष्य पुराण के अनुसार संकष्टी चतुर्थी की पूजा और व्रत करने से सभी तरह के कष्ट दूर हो जाते हैं।
गणेश पुराण के अनुसार इस व्रत के प्रभाव से सौभाग्य, समृद्धि और संतान सुख मिलता है। शाम को चंद्रमा निकलने से पहले श्री गणेश की एक बार और पूजा करके संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा का पुन: पाठ करने की मान्यता है। तत्पश्चात व्रत का पारण किया जाता है।
संकष्टी चतुर्थी व्रत के फायदे : Vikat Sankashti Chaturthi Ke Fayde
- चतुर्थी के देवता विघ्नहर्ता श्री गणेश हैं, अत: इस तिथि पर गणेश जी का पूजन-अर्चन करने से जीवन के समस्त विघ्नों का नाश होता है।
- चतुर्थी व्रत नियमपूर्वक करने से हर संकट दूर होकर धनलाभ प्राप्त होता है।
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