1. सबसे पहले तो उस जगह को गंगाजल से पवित्र करें जहां रंगोली बना रहे हैं।
2. अब उस स्थान को गाय के गोबर से लीपें।
3. रंगोली के लिए ऐसा स्थान चयन करें जहां किसी के पैर न पड़ते हो।
4. प्रतिदिन बनाई जाने वाली रंगोली शास्त्रों में दी गई है। अत: दिन के हिसाब से रंगोली बनाएं।
6. शुभ चिन्हों में फूल, गोपद, चरण, स्वास्तिक, ॐ, कमल, दीपक, षटचक्र, श्री, सूर्य, चंद्र, मोर, मछली, चिड़िया, तोते और शंख बनाए जाते हैं।
7. हर दिन बनाई जाने वाली रंगोली सूर्योदय से पहले बना लेना चाहिए।
8. जब भी रंगोली को हटाएं पुरानी रंगोली को किसी दूसरे कचरे के साथ न मिलाएं।
9. रंगोली में यथासंभव शुभ और आंखों को सुकून देने वाले रंगों का ही प्रयोग करें। (सफेद, लाल, हरा, पीला, नारंगी, नीला, गुलाबी अच्छे रंग माने गए हैं जबकि भूरा, काला, स्लेटी, मटमैला रंग अच्छे नहीं माने जाते हैं।