शिर्डी के साईं बाबा को कौन नहीं जानता। उन्होंने हिंदू व इस्लाम धर्मों की एकता पर बल दिया है। साईं बाबा ने प्रेम, दया, सहिष्णुता, क्षमा, शांति और भक्ति जैसे सिद्धांतों का पाठ पढ़ाया। अपने जीवनकाल में वे अद्वैतवाद दर्शन के अनुयायी थे और उन्होंने भक्ति व इस्लाम, दोनों ही धाराओं में शिक्षाएं दीं।
1. पूर्ण रूप से ईश्वर में समर्पित हो जाइए।
2. मैं हर एक वस्तु में हूं और उससे परे भी, मैं सभी रिक्त स्थान को भरता हूं।