काशी को भगवान विश्वनाथ की नगरी कहा जाता है। काशी भक्ति और मुक्ति प्रदान करती है। काशी को वाराणसी के नाम से भी जाना जाता है। काशी विश्वनाथ मंदिर के साथ ही घाटों के लिए भी जाना जाता है।
यहां गंगा के किनारे पर मनोरम घाट हैं। वाराणसी में लगभग 84 घाट हैं। इन 84 घाटों में पांच घाट बहुत ही पवित्र माने जाते हैं। इन्ही में से एक है दशाश्वमेध घाट। यह काशी विश्वनाथ के मंदिर के पास स्थित मुख्य घाट है। इसे लेकर हिन्दु धर्मग्रंथों में कई कथाएं हैं।
पुराणों के अनुसार इस घाट का निर्माण सृष्टि के रचियता ब्रह्मा ने भगवान शिव के स्वागत के लिए किया था। प्राचीन ग्रंथों के मुताबिक राजा दिवोदास द्वारा यहां दस अश्वमेध यज्ञ कराने के कारण इसका नाम दशाश्वमेध घाट पड़ा।