भारत के इन 5 मंदिरों की संपत्ति जानकर चौंक जाएंगे आप, करोड़ों में आता है चढ़ावा

WD Feature Desk

शुक्रवार, 23 मई 2025 (17:25 IST)
Top 5 richest temple in India: भारत सिर्फ आध्यात्मिकता और विविधता का देश नहीं है, बल्कि यहां की संस्कृति में धर्म, विश्वास और भक्ति का अनोखा संगम भी देखने को मिलता है। यहां हर गली, हर राज्य में मंदिर हैं, लेकिन कुछ मंदिर ऐसे हैं जो न केवल आस्था के केंद्र हैं, बल्कि अकूत संपत्ति और भव्यता के लिए भी दुनियाभर में मशहूर हैं। जब हम मंदिरों की बात करते हैं, तो हमारे मन में सबसे पहले भक्ति, घंटियों की ध्वनि, दीपों की रौशनी और मन को छू लेने वाली शांति का अहसास होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये मंदिर करोड़ों-करोड़ों की संपत्ति के मालिक भी हो सकते हैं?
 
भारत में कुछ मंदिर ऐसे हैं, जहां केवल श्रद्धालु ही नहीं, बल्कि करोड़ों की संपत्ति भी दर्शन के लिए मौजूद रहती है। इन मंदिरों में चढ़ावे से लेकर जमीन, सोना, चांदी और बेशकीमती रत्नों का इतना विशाल भंडार है कि ये किसी बैंक या बिजनेस एंपायर से कम नहीं लगते। आइए जानते हैं भारत के 5 सबसे अमीर मंदिरों के बारे में, जिनकी संपत्ति सुनकर आप भी चौंक जाएंगे।
 
1. श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर, केरल 
केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर को दुनिया का सबसे अमीर मंदिर माना जाता है। भगवान विष्णु को समर्पित इस मंदिर की संपत्ति का अंदाजा तब लगा, जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मंदिर के तहखानों को खोला गया। इन तहखानों से करोड़ों की संपत्ति निकली, सोने की मूर्तियां, हीरे-जवाहरात, सोने के सिक्के और अनमोल आभूषण। सिर्फ एक तहखाने से लगभग 1.2 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति सामने आई, और बताया जाता है कि अभी भी एक रहस्यमयी तहखाना खुला नहीं है। इस मंदिर का प्राचीन वैभव और रहस्य इसे भारत ही नहीं, पूरे विश्व में सबसे खास बनाते हैं। यहां की सुरक्षा भी काफी टाइट है, क्योंकि मंदिर के अंदर इतना खजाना है कि उसे देखने भर से किसी की भी आंखें चौंधिया जाएं।
 
2. तिरुमला वेंकटेश्वर मंदिर, आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश के तिरुपति में स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर, जिसे लोग प्यार से ‘तिरुपति बालाजी’ के नाम से जानते हैं, भारत के सबसे अमीर और सबसे ज़्यादा भक्तों द्वारा दर्शन किए जाने वाले मंदिरों में से एक है। यहां रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और चढ़ावे में करोड़ों की राशि, सोने के आभूषण और बाल (मोक्ष के लिए) अर्पित करते हैं। मंदिर की वार्षिक आय हजारों करोड़ रुपये में है। तिरुपति मंदिर के पास कई किलो सोना जमा है जिसे वो खुद की मिंटिंग यूनिट में सिक्कों में तब्दील करता है। इसके अलावा यह मंदिर भारतीय स्टेट बैंक और अन्य बैंकों में बड़ी-बड़ी FD और निवेश करता है।
 
3. शिर्डी साईं बाबा मंदिर, महाराष्ट्र 
शिर्डी के साईं बाबा मंदिर को देशभर से भक्तों की अपार श्रद्धा प्राप्त है। ‘सबका मालिक एक’ का संदेश देने वाले साईं बाबा के भक्तों की संख्या करोड़ों में है, और यह मंदिर हर साल करोड़ों रुपये का चढ़ावा प्राप्त करता है। मंदिर की संपत्ति में सोने-चांदी के आभूषण, महंगे कपड़े, बेशकीमती गहने और बड़ी मात्रा में नगद शामिल हैं। यहां रोजाना हजारों लोग दर्शन के लिए आते हैं और बाबा के चरणों में खुलकर चढ़ावा चढ़ाते हैं। बताया जाता है कि शिर्डी ट्रस्ट की संपत्ति 3,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है, और यह ट्रस्ट कई चैरिटेबल कामों में भी सक्रिय है जैसे अस्पताल, स्कूल और धर्मशालाओं का संचालन।
 
4. वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू-कश्मीर
त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी का मंदिर न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि आर्थिक रूप से भी यह भारत के सबसे समृद्ध मंदिरों में से एक है। हर साल लाखों यात्री कठिन यात्रा करके माता के दर्शन करने आते हैं, और चढ़ावे में भारी मात्रा में नकद, सोना और चांदी अर्पित करते हैं। वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा संचालित इस मंदिर की सालाना आय करीब 500 करोड़ रुपये से अधिक है। माता के दरबार की भव्यता, सफाई और सुविधा इसे भारत के सबसे अच्छे व्यवस्थाकीय धार्मिक स्थलों में गिनती दिलाती है।
 
5. सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई
मुंबई के प्रभादेवी में स्थित श्री सिद्धिविनायक मंदिर महाराष्ट्र का सबसे प्रसिद्ध और अमीर मंदिर है। यहां केवल आम लोग ही नहीं, बल्कि बॉलीवुड से लेकर बिजनेस टायकून तक दर्शन के लिए आते हैं। गणेश जी की ये मूर्ति स्वयंभू मानी जाती है और भक्तों की मुरादें पूरी करने वाली मानी जाती है। मंदिर को हर साल 150 करोड़ रुपये से अधिक का चढ़ावा प्राप्त होता है। यहां हर बुधवार और त्योहारों पर हजारों लोग घंटों लाइन में लगकर दर्शन करते हैं। मंदिर ट्रस्ट की संपत्ति में कैश, एफडी, गोल्ड ज्वेलरी और प्रॉपर्टीज शामिल हैं। 


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