आइए यहां जानते हैं क्या है वह शाप और उसका कारण, पढ़ें इस कथा में...
इसकी कथा के अनुसार एक बार, श्री गणेश यात्रा कर रहे थे तभी रास्ते में उन्हें चंद्रमा मिले। चंद्रमा को अपनी सुंदरता पर बहुत घमंड था।
इस प्रकार पहले व्यक्ति जिसने गणेश चतुर्थी का उपवास रखा था वे चंद्रमा थे। श्री गणेश के शाप के कारण ही चतुर्थी के यह चंद्र शापित हैं लेकिन अन्य चतुर्थी पर चंद्र दर्शन के उपरांत ही व्रत खोला जाता है। इस चतुर्थी के चंद्रमा को देखने की वजह से ही श्री कृष्ण को भी चोरी के कलंक का सामना करना पड़ा था। इसलिए इस दिन चंद्रमा को देखने से अवश्य ही बचना चाहिए। और भूलकर भी चंद्रदर्शन नहीं करना चाहिए।